मीरा भायंदर। 145 विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी मुजफ्फर हुसैन ने पूरी ताकत के साथ मुकाबला किया, लेकिन बीजेपी की प्रचंड लहर के आगे वे टिक नहीं सके। चुनाव प्रचार के दौरान मुजफ्फर हुसैन ने जमीनी मुद्दों को जोर-शोर से उठाया और जनता से जुड़े रहने की हर संभव कोशिश की। उन्होंने महाविकास आघाड़ी के विकास कार्यों और समावेशी नीति को आधार बनाकर वोटरों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश की।
हालांकि, नरेंद्र मेहता और बीजेपी की संगठित रणनीति, मजबूत जनसंपर्क, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के चलते हुसैन को हार का सामना करना पड़ा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हुसैन ने व्यक्तिगत तौर पर प्रभावशाली लड़ाई लड़ी, लेकिन क्षेत्र में बीजेपी की मजबूत पकड़ ने उनके प्रयासों को कमजोर कर दिया।
यह हार महाविकास आघाड़ी के लिए आत्ममंथन का विषय है, जबकि मुजफ्फर हुसैन के प्रयासों को उनके समर्थक अब भी सराह रहे हैं।