Cinema70mm/Review- By ActAbhi – 
भारत के गुमनाम हीरो की कहानी पर फिल्म बनाना और उनकी कहानी को सबके सामने लाना वाकई काबिले तारीफ हैं। ऐसे ही भारत के हीरो मुरलीकांत पेटकर भारत के पहले पैरालिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट की कहानी । पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर को 2018 में भारत सरकार ने पद्म श्री प्रदान किया। कबीर खान ने फिल्म बनाने के लिए ऐसा विषय को चुना इसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए। सिनेमा प्रेमी यह बात तो जानते ही है की कहानी के नाम पर बॉलीवुड आज के दौर में काफी गरीब हो चुका है। बायोपिक पर फिल्म बनाना काफी कठिन होता है क्योकि फिल्म बनाते बनाते इस बात का डर हमेशा बना रहता है की फिल्म कब डॉक्यूमेंटरी बन जाती है पता नहीं चलता है।

कहानी – फिल्म की कहानी भारत के महाराष्ट्र के सांगली के पेठ इस्लामपुर में जन्मे एक ऐसे खिलाडी की कहानी है जो बचपन में अपने गाँव में आये एक एथलीट के सम्मान को देखता है कि उस खिलाडी के सम्मान के लिए पूरा गाँव स्टेशन पर आ जाता है। उसी सब से प्रभावित होकर छोटा मुरलीकांत उर्फ़ चंदू ओलम्पिक में जा कर भारत के लिए मैडल जीतने का निर्णय करता है। स्कूल में जब क्लास के टीचर पूछते है कि बड़े होकर वो क्या बनेगा तो चंदू बोलता है कि वो ओलम्पिक में भारत के लिए मैडल लेकर आएगा। इस बात पर सारे बच्चे उसका मज़ाक उड़ाते हैं। सारा गाँव मुरलीकांत के इस सपने का मज़ाक बनाने लगता है और उसको चंदू चैंपियन बुलाने लगया है। चंदू गाँव के अखाड़े में जाकर कुश्ती सीखने लगता है। चंदू के जीवन में एक मोड़ आता जहाँ उसको बेकार समझ कर गाँव के दंगल में कुश्ती लड़ने के लिए भेजा जाता है। लेकिन चंदू वहां पर कुछ ऐसा करता है कि सारा गाँव उसके पीछे पड़ जाता है। वहाँ से भागते हुए उसके जीवन में कुछ ऐसा होता है कि वो सेना में भर्ती हो जाता है लेकिन वहां से भी उसके ओलम्पिक के सपने का मज़ाक बनता है और उसको वहां से निकालने की नौबत आती है। इसके बाद फिर कुछ ऐसा होता है की चंदू की जिंदगी बदल जाती है। चंदू का सपना भारत पाकिस्तान के 1965 की जंग के बाद सपना अधूरा रह जाता है। लेकिन आखिर में उसकी कहानी जब अखबार में छपती है और सबको पता चलता कि मुरलीकांत कौन है । चंदू का सपना कैसे पूरा होता है उसकी जिंदगी की कहानी कैसे कैसे मोड़ लेती है यह तो फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा।

अभिनय – फिल्म में अभिनय की बात की जाये तो कार्तिक आर्यन ने अच्छा काम किया है। एक एथलीट की तरह बॉडी बनाना काफी कठिन काम होता है। कार्तिक ने रोल के लिए अच्छी बॉडी बनाने पर काफी मेहनत की है। अगर बात करें ऐसी कहानी में अभिनय का काफी कम माध्यम होता है लेकिन जितना भी है कार्तिक ने ठीक काम किया है। इस फिल्म में कहानी ही हीरो है तो अगर कार्तिक की जगह कोई नया एक्टर भी होता तो उतनी ही अच्छी तरह यह फिल्म बनती। विजय राज हिंदी फिल्मो के शानदार एक्टर। जब बात एक्टिंग की हो तो विजय राज से उम्मीद करना बनता है और वह उस उम्मीद पर हमेशा से खरे उतरे हैं। फिल्म में विजय ने बॉक्सिंग कोच की भूमिका में अच्छा काम किया है। राजपाल यादव ने भी हमेशा की तरह अच्छा काम किया है। बाकी सह कलाकारों ने भी कहानी के अनुसार ठीक काम किया है।

स्क्रीन प्ले ( पठकथा ) – इस फिल्म का स्क्रीनप्ले कहानी को बोर नहीं होने देता है। फिल्म बनाते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा गया की कहानी फिल्म की तरह लगे ना की डोक्युमेन्टरी की तरह। बायोपिक में अक्सर अक्सर लोगो को उस हस्ती के बारे में पता होता है। इसके बाद उस पर फिल्म बनाना काफी चुनौती पूर्ण काम होता है। ऐसे में फिल्म की पटकथा को ऐसा लिखना की फिल्म में रूचि बनी रहे। इस काम को अच्छी तरह किया गया है। फिल्म की कहानी कबीर खान,सुमित अरोरा और सुदीप्तो सरकार ने लिखी है।

निर्देशन – कबीर खान ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। कहानी लिखने वाली टीम में वो शामिल है। इस बाद का फायदा उनको फिल्म का निर्देशन करते समय मिला है। फिल्म का निर्देशन इस बात से समझा जा सकता है कि क्या निर्देशक अपनी बात जो वो कहना चाहता है क्या कह पाया है। इस बात में कबीर खान सफल रहें हैं।

संगीत – फिल्म के संगीत की बात करें तो फिल्म का एक गाना ही ठीक ठाक है उसका कहानी से कोई लेना देना नहीं है। फिल्म का गाना “सत्यानाश” अगर फिल्म में नहीं होता तो फिल्म पर कोई फर्क नहीं पड़ता। फिल्म में गाना होना चाहिए और हीरो को उस पर नाचना है और एक्टर को हीरो बनाना है। बस इसलिए गाना है।

फिल्म क्यों देखें – अगर आप ऐसे भारतीय हीरो की कहानी देखना चाहतें है जो आपको और आपके बच्चों को प्रभावित कर सके और आपका मजोरंजन भी करे। इस फिल्म को परिवार के साथ देखा जा सकता है। एक सकारात्मक प्रभाव डालने वाली कहानी है। कार्तिक आर्यन के फैन है तो भी इस फिल्म को देख सकते है।

क्यों ना देखें – अगर आप बायोपिक ड्रामा नही देखना चाहते और अपने जीवन में मोटिवेशन नहीं लाना चाहते हैं। कार्तिक के फैन नहीं है तो यह फिल्म आपके लिए नहीं है।

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