पंकज दुबे/ मीरा-भाईंदर
सन 1994, मीरा रोड के पेनकरपाडा मे हुई 5 लोगों की निर्मम हत्या के गुत्थी को काशीमीरा के क्राइम ब्रांच यूनिट 1 ने सुलझा लिया है, इन 5 मृतक मे एक 27 वर्षीय महिला और उसके बच्चे शामिल थे | बच्चों की उम्र क्रमशः 5 वर्ष, 3.5 वर्ष, 2 वर्ष थी, जबकि उसमे एक 03 महीने के नवजात शिशु था |
मीरा रोड में रखे प्रेस वार्ता में क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त
अविनाश अम्बुरे ने बताया कि उस समय हत्या की वजह मामूली सी चोरी बनी और अनिल सरोज, सुनील सरोज और राजकुमार चौहान ने मिलकर राजनारायण प्रजापति की पत्नी और उसके 4 बच्चों को मार डाला, हत्या के बाद उन्होंने दरवाजा बाहर से बंद किया और वहां से फरार हो गये थे |
इस मामले में एक गिरफ्तारी कुछ वर्ष पूर्व ही अविराज कुराडे और इनकी टीम ने की थी, फरार अनिल सरोज और सुनील सरोज कई वर्ष तक दिल्ली, पंजाब और हरियाणा मे छोटे-मोटे कम कर रहे थे, फिर उन्होंने फर्जी तरीके से आधार कार्ड, राशन कार्ड बनवाये जिसमे अनिल ने अपना नाम विजय रखा और सुनील बना संजय | फिर ये वाराणसी जौनपुर, केराकत ऐसे विभिन्न जगहों पर भोंदू बाबा बनकर लोगो को ठगी का शिकार बनाते थे |
क्राइम ब्रांच की टीम ने कई दिनों तक उत्तर प्रदेश में इन्हें पकड़ने के लिए अपना डेरा जमाये रखा पर इन्हें कामयाबी नहीं मिली, पुलिस के पास आरोपियों के पुरानी तस्वीर थी जिसकी वजह से इन्हें ढूंढना और भी मुश्किल हो रहा था, फिर पुलिस को विजय और संजय नामक भोंदू बाबा के बारे में जानकारी मिली जो तांत्रिक और झाड-फुक का काम करते थे और लोगों को बेवकूफ बनाते थे, क्राइम ब्रांच यूनिट ने उत्तर प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स की मदत ली और इन हत्यारो को 7 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार कर लिया |
यह कार्य पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे, अपर आयुक्त श्रीकांत पाठक, क्राइम ब्रांच के उपायुक्त अविनाश अम्बुरे, के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक अविराज कुराडे, कैलाश टोकले, प्रशांत गगूर्ड, विजय गायकवाड, पुष्पेंद्र थापा आदि ने किया |