प्रेमचंद यादव की हत्या के बदले उसके परिजनों और समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे और उसके परिवार के पांच लोगों की कर दी हत्या
समय भास्कर, देवरिया। देवरिया जिले के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के लेहड़ा टोला में सोमवार की सुबह 10 बीघा जमीन के विवाद में एक ही परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर वह हत्या के मामले में पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है वही 12 आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस की 6 टीम में उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दे रही है।उल्लेखनीय है कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य दबंग प्रेमचंद यादव की हत्या के प्रतिशोध में लहरा के सत्य प्रकाश दुबे उनकी पत्नी व दो बेटी तथा एक बेटे की गोली मारकर पीट कर हुई हत्या के मामले में देर रात पुलिस ने राम जी यादव समेत 27 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
गांव में तनाव को देखते हुए दो दर्जन थानों की पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। 6 लोगों की हत्या के बाद डीजीपी को मौके पर हेलीकॉप्टर से भेजा गया है ।फिलहाल गांव में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ। घटना के दूसरे दिन मंगलवार को भी लहरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा। पूरी रात पुलिस पीएसी तैनात रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
ये हुई थी घटना
फतेहपुर के लेहड़ा टोला के रहने वाले सत्य प्रकाश दुबे के छोटे भाई साधु दुबे ने वर्ष 2014 में अपने हिस्से की करीब 10 बीघा भूमि अभयपुर टोलाके रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव को बेच दी थी।इस जमीन को लेकर सत्य प्रकाश दुबे और प्रेमचंद यादव के परिवार के बीच रंजिश चल रही थी। बीते सोमवार की सुबह प्रेमचंद यादव बाइक से सुबह 7 बजे खेत पर गए थे। उसके बाद वह सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंच गए। यहां सत्यप्रकाश परिजनों से कहासुन करने लगे। बातों ही बातों में विवाद और बढ़ गया। सत्य प्रकाश दुबे व परिजनों ने धारदार हथियार से प्रेमचंद यादव की गला रेत कर हत्या कर दी। घटना की जानकारी होते ही प्रेमचंद यादव के परिजनों एवं समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे के घर पर हमला कर दिया। सत्य प्रकाश और उसके परिजनों को लाठी डंडों आदि से कई बार पीटा। ईट से कुचलना के बाद गला रेत दिया। सभी 6 लोगों को पर जानलेवा हमला किया। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई और एक मासूम घायल हो गया। सत्य प्रकाश का बेटा देवेश शास्त्री घर से बाहर था। इससे उसकी जान बच गई।