Cinema70mm- Review By -ActAbhi
लाइट कैमरा और एक्शन। ये लो शुरू हो गया एक्शन वो भी बूम के साथ। एक रात,एक ट्रेन,दो कमांडो और ख़ूँख़ार लुटेरे और …… भारतीय सिनेमा में फुल एक्शन से भरपूर फिल्म जिसमें हॉलीवुड के स्तर का एक्शन दिखाया गया हो , कब आई थी याद नहीं आता है ? किल फिल्म की बात करें तो फिल्म का ट्रेलर ज्यादा प्रभावी नहीं लगा था। कुछ मार धाड़ के सीन्स और बस , लेकिन फिल्म देखने के बाद ऐसा लगता है । इस फिल्म को काफी सोच समझ कर बनाया गया है। भारतीय दर्शकों जो हॉलीवुड की फिल्मों के शौक़ीन है उन्होंने इस तरह की फिल्म और ऐसा एक्शन देखा होगा। लेकिन एक बात तो तय है कि किल का एक्शन देखने लायक है। एक्शन फिल्मों के दीवानों को यह फिल्म पसंद आने वाली है।
कहानी – सेना NSG के कमांडो अमृत को इस बात की जानकारी होती है कि उसकी प्रेमिका तुलिका की सगाई हो रही है तो वो अपने साथी कमांडो के साथ अपनी प्रेमिका को भगाने के लिए पहुँच जाता है। पर उसकी प्रेमिका अमृत को बोलती है की सगाई चाहे किसी से भी करा दी जाये पर शादी तो वो अमृत से ही करेगी। इसके बाद तुलिका अपने परिवार के साथ ट्रेन से वापस दिल्ली के लिए जाते है। उसी समय ट्रेन में खूंखार लूटेरों का गिरोह लूट करने के लिए ट्रेन में चढ़ जाता है। फनी इन लूटेरों का लीडर है और अपने साथियों के साथ ट्रेन को लूटना शुरू कर देता है। यह लूटेरे बहुत क्रूर हैं और किसी को भी जान से मारने से नहीं चूकते है। सबसे पहले फनी ट्रैन में एक पुलिस वाले की निर्मम हत्या कर देता है। इसके बाद जब लुटेरे ट्रेन की बोगी में लूटपाट करते हैं तभी अमृत और इसका साथी कमांडो इन लुटेरों से मोर्चा लेता है और शुरू हो जाती है एक सामान्य सी लगने वाली यात्रा में हत्याओं का सिलसिला।
स्क्रीनप्ले – फिल्म का स्क्रीनप्ले कहानी के अनुसार न्याय करता दिखाई देता दिखता है। कहानी एक सामान्य ट्रेन यात्रा की है जो एक दर्दनाक खूंखार और हत्याओं से भरी यात्रा में बदल जाती है। कोई भी सोच नहीं सकता है। ऐसी स्थिति बन भी सकती है। इस असमय स्थिति को दिखाने में यह फिल्म सफल रहती है। जो डर ऐसी स्थिति में उत्पन्न होता है। उस डर को दर्शक महसूस करेंगे।
निर्देशन – इस फिल्म को निखिल नागेश भट्ट ने लिखा और निर्देशित किया है। निखिल ने जिस तरह से फिल्म को शुरू किया है और जिस रूप में फिल्म चली जाती है। एक्शन थ्रिलर के अनुभव को दर्शकों तक पहुंचाने में निर्देशक सफल होती दिखाई देते है।
एक्शन – फिल्म किल एक्शन थ्रिलर है और इस फिल्म का एक्शन कोरियाई एक्शन निर्देशक से-योंग ओह ने किया है। इस फिल्म के एक्शन को देख कर आपको ऐसा लगेगा की आप एक वर्ल्ड क्लास एक्शन देख रहें हैं । एक चलती ट्रेन में एक्शन सीन फिल्माना वाकई कठिन होता है। पूरी फिल्म में आपको जबरदस्त एक्शन देखने को मिलेगा। फाइट सीन्स है तो खून खराबा भी होगा लेकिन एक बात की तारीफ करनी पड़ेगी कि फिल्म का हर सीन्स अपनी स्थिति के अनुसार न्याय करता दिखाई देता है। फिल्म में ट्रेन के डिब्बे में लाशों को लटकाना काफी अलग सा दृश्य होता है। दर्शक फिल्म में कुछ दृश्यों का अनुमान लगाने लगेंगे लेकिन अगला सीन्स उनके अनुमान से लगा होगा ।यह फिल्म अपने एक्शन के लिए याद रखी जायेगी। एक्शन निर्देशक से -योंग ने शानदार काम किया है।
अभिनय – फिल्म में लक्ष्य, राघव जुयाल, आशीष विद्यार्थी, हर्ष छाया और तान्या मानिकतला ने मुख्य भूमिका निभाई है। लक्ष्य ने जिस तरह से फिल्म में एक्शन किया है वो काबिले तारीफ है। फिल्म एक्शन से भरपूर है। फिल्म में उन्होंने अच्छा काम किया है और एक्शन सीन करते समय अमृत के किरदार में लक्ष्य पूरी तरह से जंचे हैं । डांसर से कॉमेडियन बने राघव जुयाल ने एक कदम बढ़ाते हुए इस फिल्म में खलनायक की भूमिका निभाई है और उनके एक्टिंग ग्राफ को देखते हुए इसको अच्छा ही कहा जायेगा। बीच बीच में राघव का कॉमेडियन बाहर निकल आता है और बीच बीच में ऐसा लगता है कि उनको अपने ही संवादों पर हसी आने वाली है। लेकिन राघव के प्रयास की सराहना करनी पड़ेगी। बाकि कलाकरों का कार्य फिल्म में ज्यादा कुछ करने को नहीं है।
फिल्म क्यों देखें – अगर आप एक्शन फिल्म देखने के शौकीन है और एक शानदार एक्शन देखना चाहते है तो यह फिल्म आपको फिल्म पसंद आएगी।