शैलेन्द्र पांडेय / मीरा भायंदर –

राजनीति में टमाटर, प्याज, गैस सिलेंडर कुछ भी वजह बन सकती है आपके जीत की या फिर आपके हार की, मीरा भायंदर में इस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा है शहर की खस्ताहाल सड़कों का और यही सड़के मौजूदा विधायक की राह में सबसे बड़ा रोढ़ा साबित बनने जा रही है ऐसा कहना है आम जनता का।

नाम न छापे जाने की शर्त पर नागरिकों का यह कहना है कि रास्तों पर चलना दुसवार है। जगह जगह पानी भरे है और सड़क की सड़क बरसात में बह जा रही है, कुछ लोगो ने तो यह तक कह डाला कि हमारे गांव की सड़के इससे बेहतर है।

राजनीति में आरोप, प्रत्यारोप कोई नई बात नहीं है लेकिन आम जनता किसे चुने, किस पर भरोसा करे, जनप्रतिनिधि से सवाल न करें तो किससे करे। समय भास्कर ने एक खबर दिखाई थी जहां पर मौजूदा विधायक को आप कहते हुए सुन सकते है कि सड़को को शीघ्र ही बनवाएंगी और ये सड़के जनता के पैसों से बनी है और पाई पाई का हिसाब होगा और ठेकेदारों पर कारवाई की जाएगी। क्या विधायिका जी बता सकती है कि कितने ठेकेदारों पर कारवाई हुई। आलम यह है कि सीमेंटेड सड़को में भी दरारें पड़ गई है। कहीं प्याज, टमाटर की लिस्ट में सड़के भी न जुड़ जाएं।

 

क्या रक्षासूत्र इस बार वोटरों के साथ के बंधन को बचा पाएगा। 145 विधानसभा क्षेत्र में कई दावेदार है जैसे कि पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता, भाजपा नेता रवि व्यास, पूर्व एमएलसी मुजफ्फर हुसैन, पूर्व नगर सेवक हंसूकुमार पांडे, शिवसेना नेता विक्रम प्रताप सिंह इत्यादि। ऐसे में मौजूदा विधायक के लिए यह डगर आसान नहीं होनेवाली और एक एक वोट का महत्त्व बहुत ज्यादा होगा।

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