समय भास्कर,शिकोहाबाद। पिता और पति की मन्नतें करने के बाद भी विवाहिता नहीं मानी और वह थाने में प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही। पुलिस ने भी उसे काफी समझाया, लेकिन पुलिस किसी कीमत पर पिता और पति के साथ जाने के लिए तैयार नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने विवाहिता से एक प्रार्थना पत्र लेकर उसे अपनी मर्जी के साथ रहने के लिए स्वतंत्र कर दिया।
मां की मौत के बाद पिता ने बेटी को पाला और मां-बाप दोनों का प्यार दिया। कुछ बड़ी हुई तो उसे अपनी नानी के यहां कर दिया। जिससे उसकी परवरिस अच्छी हो सके। 18 साल की होने के बाद उसकी जसराना के गांव इटौली में युवक से शादी कर दी। युवक फरीदाबाद में नौकरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहा है। युवक का आरोप है कि वह उसे फरीदाबाद भी नौकरी पर अपने साथ ले गया, लेकिन फरवरी माह में उसने बेटी की शादी भी कर दी। लेकिन बेटी ने शादी के दो माह बाद ही अपने प्रेमी से फोन पर बातचीत शुरू करने के साथ उसे ससुराल भी बहाने से बुलाने लगी। दोनों की दोस्ती गहरी होती गई।
दो दिन पूर्व उसका पति विवाहिता को उसकी बहिन के घर छोड़ आया। जिसके कुछ ही देर बाद वह अपने प्रेमी के साथ चली गई। उधर विवाहिता ने पति और ससुरालीजनों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उनके साथ जाने से इंकार कर दिया। वहीं पिता पर जान से मारने का आरोप लगाया। विवाहिता ने स्पष्ट कहा कि वह पति और पिता के साथ नहीं जायेगी। इसके बाद पुलिस ने पति की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर ली और विवाहिता ने शपथ पत्र दिया कि वह अपने पुरुष मित्र के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही है। उसके जीवन में कोई हस्तक्षेप न करे। उसे पति और पिता से कोई लेनादेना नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने स्वेच्छा से रहने के लिए स्वतंत्र कर दिया।वहीं दो बच्चों की मां बच्चों को छोड़ कर प्रेमी के साथ चली गई थी। पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। महिला भी प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही।