उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों से मंगलवार को लखनऊ में मुलाकात करेंगे। बहराइच जिले के महसी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश्वर सिंह ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सिंह ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि योगी ने बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों और लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री मंगलवार को लखनऊ में पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सकते हैं।”

पुलिस के अनुसार, बहराइच में महसी तहसील के मंसूर गांव में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए पथराव और गोलीबारी में राम गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई थी। सिंह ने कहा कि वह लखनऊ में योगी से पीड़ित परिवार की मुलाकात के दौरान उपस्थित रहेंगे।

उन्होंने पुष्टि की कि मामले में हरदी थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सुरेश कुमार वर्मा और संबंधित पुलिस चौकी प्रभारी को रविवार रात निलंबित कर दिया गया। सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है और लापरवाही बरतने वाले प्रत्येक अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सांप्रदायिक हिंसा कुछ ताकतों की व्यापक साजिश का हिस्सा है जो पिछले कुछ महीनों में मजबूत हुई हैं तथा भारत को ‘आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक रूप से’ कमजोर करना चाहती हैं।

दुर्गा प्रतिमा जुलूस के दौरान मंसूर गांव के महराजगंज इलाके में सांप्रदायिक झड़प में 22 वर्षीय एक युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद बहराइच में सोमवार को तनाव रहा। इस दौरान लोगों ने लाठी और अन्य हथियारों लेकर मार्च किया और उनमें से कुछ ने एक ऑटो डीलरशिप एजेंसी में आग लगा दी और एक अस्पताल में तोड़फोड़ की।

इस बारे में पूछे जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “कुछ ताकतें हैं जो पिछले कुछ महीनों में मजबूत हुई हैं और भारत को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से कमजोर करना चाहती हैं।” उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं (बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा) उन ताकतों के हथियार हैं।”

त्रिवेदी ने जून में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों में ये ताकतें मजबूत हुई हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में रेल पटरियों पर तोड़फोड़ और धार्मिक आयोजनों के दौरान ‘पथराव’ करने की कथित कोशिशों समेत हाल की कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि भारत के खिलाफ साजिश को बेहतर ढंग से समझने के लिए इन सभी घटनाओं को एकीकृत रूप में देखा जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “मैं पूरे देश से यह सोचने के लिए कह रहा हूं कि पिछले चार महीनों से इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं… ये कौन सी ताकतें हैं जो मजबूत हो गई हैं, जो भारत को आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से कमजोर करना चाहती हैं।”

 

 

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