खुद को फिट रखने की चाहत हम सबकी होती है पर कई बार हम जिम जाने का समय नहीं निकाल पाते। जिम जाए बिना भी अगर आप खुद को फिट रख पाएं तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है। अगर आप भी उन लोगों में से एख हैं जिनको जिम जाने या दूसरे व्यायाम करने के समय नहीं मिल पाता तो रस्सी कूदना आपके काम आ सकता है। ये एक सुविधाजनक, आसान और प्रभावी घरेलू व्यायामों में से एक है।रस्सी कूदना आपके लिए एक बेहतरीन कार्डियो, एरोबिक एक्सरसाइज है। रस्सी कूदने से ना सिर्फ आपके पैरों की मांसपेशियां मज़बूत होती हैं बल्कि आपकी कोर भी कसती है। व्यायाम का ये स्वरूप आपके फेफड़ों की क्षमता सुधारने में भी मदद करता है और आपके मेटाबालिज़ंम को तेज़ करता है। एक अनुमान के अनुसार रस्सी कूदने से एक मिनट में 10 कैलोरी बर्न होती है औसतन, आप प्रतिदिन 10 मिनट रस्सी कूदकर 200 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। यह वॉक करने की तुलना में अधिक प्रभावी है।आइए जानते हैं कि रस्सी कूदने से आपको स्वास्थ्य संबंधी क्या लाभ मिलेंगे।
हाथ मज़बूत होते हैं
शरीर और भी फ्लेक्सिबल बनता है
पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं
कार्डियो हेल्थ अच्छी बनी रहती है
हड्डियां मजबूत होती हैं
शरीर को फुर्तीला बनाता है
शरीर का संतुलन बनाए रखता है
कैलोरी बर्न करता है
रस्सी कूदना सबसे अच्छा कार्डियो व्यायाम है क्योंकि यह हृदय गति को बढ़ाता है। इससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा काफी कम हो जाता है। स्किपिंग जैसी शारीरिक गतिविधि रक्तचाप को कम करने में मदद करती है। हाई ब्लड प्रेशर सीधे आपके हृदय की बीमारियों का कारण बनता है। अगर आपको बीपी की समस्या नहीं है तो रस्सी कूदने से ये बीमारी आप में विकसित नहीं होगी।
इसके अलावा स्किपिंग स्वस्थ वजन हासिल करने या बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अधिक वजन वाले लोगों में उच्च रक्तचाप और उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल दोनों के स्तर होने की संभावना अधिक होती है और इसलिए उन्हें कोरोनरी हृदय रोग का अधिक खतरा होता है। स्किपिंग एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल) के स्तर को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं औऱ रक्त में थक्के जमने से रोकती जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। इसलिए खुद को फिट रखने के लिए और हृदय रोग से बचने के लिए स्किपिंग करें।
क्या आप जानते हैं कि रस्सी कूदने से आपको ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलती है। वैसे तो ये काम हर कार्डियो एक्सरसाइज़ करती है और स्किपिंग भी उनमें से एक है। रस्सी कूदने से आपका मन एकाग्र होता है। वैसे तो हम सब बचपन में खेल के दौरान रस्सी कूदते हैं ।पर बड़े होकर जब आप इसे एक व्यायाम के तौर पर करते हैं तो शुरुआत में ये थोड़ी कठिन लग सकती है।इसकी आदत पड़ने में आपको कुछ समय लग सकता है। ऐसे में व्यायाम के साथ अगर आपको मन एकाग्र करने में भी दिक्कत आती है तो इससे आपकी समस्या दूर हो सकती है।
रस्सी कूदने से आपके शरीर का भार आपके पैरों पर पड़ता है।या यूं कह सकते हैं कि शरीर अपना पूरा भार आपकी हड्डियों पर डाल देता है। इसे लगातार करते रहने से आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। स्किपिंग से आपकी बोन डेंसिटी में सुधार आता है। खासकर युवावस्था में ये आपके लिए ज्यागा प्रभावशाली है क्योंकि यह हड्डियों के विकास में भी सहायता करता है। महिलाओं में अकसर बोन डेंसिटी कम होने की शिकायत मिलती है। अगर युवतियां रस्सी कूदने को नियमित रूप से करें तो उनकी हड्डियां मज़बूत हो सकती हैं क्योंकि बीस साल की उम्र के बाद हड्डियों के घनत्व को बढ़ाना बहुत कठिन है। जानकार मानते हैं कि रस्सी कूदने से मेनोपॉज़ के बाद भी हड्डियों को मज़बूत बनाए रखने में करता है क्योंकि यही वो समय है जब महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस की सबसे अधिक आशंका होती है।इसलिए कोशिश करें कि रस्सी कूदने को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
रस्सी कूदने की प्रक्रिया में आपके शरीर को संतुलन और समन्वय बहुत मायने रखता है।इसमें आपके हाथों, पैरों और आंखों के बीच तालमेल रखना पड़ता है। बार-बार अभ्यास करने से आपके समग्र समन्वय में सुधार हो सकता है।जानकार मानतें है कि स्किपिंग के लिए पूरे फोकस और बॉडी अवेयरनेस की जरूरत होती है।स्किपिंग से आपके संतुलन में भी सुधार होता है।हालांकि अगर आपको रस्सी कूदना नहीं आता तो शुरुआत में ये मुश्किल हो सकता है।इसके लिए इसे धीरे-धीरे शुरू करने की सलाह दी जाती है। रस्सी कूदने में भी लोग कई बदलाव कर उसे और कठिन स्तर तक ले जाते हैं पर आप अगर नए हैं तो सामान्य तौर से की जाने वाली स्किपिंग ही करनी चाहिए।
स्किपिंग आपके स्टैमिना को लिए भी कारगर है । साथ ही ये आपकी थकान को भी कर सकता है। जितने नियमित रूप से और जितना अधिक आप स्किपिंग करते हैं, उतना ही आपका स्टैमिना बढ़ता है। लगातार स्किपिंग का अभ्यास थकान से छुटकारा पाने में मदद कर सकता है। स्किपिंग एक व्यायाम के तौर पर पहली बार में थका देने वाला और तनावपूर्ण लग सकता है पर लगातार कूदने से आपकी ताकत सहनशक्ति और स्टैमिना में वृद्धि होगी।
रस्सी कूदने से आपका शरीर लचीला होने के साथ ही आपका मन शांत होता है। रस्सी कूदने से मांसपेशियों को बहुत ताकत मिलती है और उन्हें आराम मिलता है। इसलिए इसे एक एथलीट के वर्कआउट रिजीम में शामिल किया जाता है।
मध्यम तीव्रता पर रस्सी कूदने से चिंता और अवसाद कम हो सकता है। व्यायाम आपके शरीर और मस्तिष्क में रक्त परिसंचरण को बढ़ा सकता है। इससे आपकी शारीरिक शक्ति के साथ ही आपके मस्तिष्क और मानसिक शक्ति भी मजबूत होती है।
रस्सी कूदने से आपके शरीर की सभी मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं। जितना अधिक आप वर्कआउट करते हैं, उतनी ही अधिक कैलोरी आप बर्न करते हैं और अधिक वजन कम करते हैं। एक शुरुआत के रूप में, आप कम-तीव्रता वाली स्किपिंग के साथ शुरुआत कर सकते हैं और जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा आपको नियंत्रण और समन्वय प्राप्त होगा, फिर आप अपनी तीव्रता को अपनी इच्छानुसार बढ़ा सकते हैं। वजन कम करते समय तोंद मुख्य बाधाओं में से एक है। लेकिन रस्सी कूदना इसमें भी आपकी मदद कर सकता है। हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग, बिना जिम, बिना डाइट के पेट की चर्बी कम करने और आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती है।
स्किप करते समय वजन कम करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
• स्किप करने से आपके पूरे शरीर की चर्बी कम हो सकती है।
• स्किपिंग रोप सस्ती होती है और इसके लिए किसी महंगे उपकरण की आवश्यकता नहीं है।
• उचित दिनचर्या में संतुलित आहार के साथ स्किप करने से आपका वजन कम होगा।
हड्डी जितनी मजबूत होती है, उसे तोड़ना उतना ही कठिन होता है, यही एक कारण है कि रस्सी कूदना चोटों को रोकने में भी मदद करता है। ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोग, उदाहरण के लिए, गिरने के बाद या यहां तक कि रोज़मर्रा की गतिविधियों जैसे झुकने के बाद भी आसानी से हड्डियों को फ्रैक्चर कर सकते हैं। आप जितना अधिक वेट एक्सरसाइज, जितना ज्यादा स्किपिंग करेंगे, उतनी ही कम संभावना है कि आपको ऑस्टियोपोरोसिस या हल्की दुर्घटनाओं के माध्यम से हड्डियों के टूटने की होगी। रस्सी कूदना टखने के जोड़ की स्थिरता और गतिशीलता के लिए एक शानदार तरीका है।.
यह कंधे की ताकत में सुधार करने में मदद कर सकता है। ताकत और टोनिंग के दृष्टिकोण से, रस्सी कूदने के अधिकांश भौतिक लाभ आपके मूल और निचले शरीर पर केंद्रित होते हैं; हालांकि, यह कंधे की ताकत में भी सुधार करने में मदद कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति रस्सी के साथ 12 सप्ताह का प्रशिक्षण करे तो अध्ययन में पाया गया है कि कि उनके कंधे के जोड़ मजबूत हो गए और गतिशीलता में वृद्धि दिखाई दी।
वर्कआउट के बाद आपके चेहरे पर ग्लो दिखाई देता है। ऐसे इसलिए होता है क्योकि आपका ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। स्किपिंग के बाद भी आपकी स्किन शानदार और ग्लोइंगबन जाती है।
रस्सी कूदना निस्संदेह एक प्रभावी और सुविधाजनक व्यायाम है। इसे आप कहीं भी कर सकते हैं और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
स्वास्थ्य लाभ:
हृदय स्वास्थ्य: रस्सी कूदने से हृदय की दर बढ़ती है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
मांसपेशियों की मजबूती: यह पैरों और हाथों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
फ्लेक्सिबिलिटी: शरीर को लचीला बनाता है और संतुलन में सुधार करता है।
वजन नियंत्रण: यह कैलोरी बर्न करने में मदद करता है और वजन घटाने में सहायक होता है।
हड्डियों की मजबूती: बोन डेंसिटी में सुधार करता है, खासकर महिलाओं के लिए जो मेनोपॉज़ के बाद हड्डियों के कमजोर होने का सामना कर सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य: तनाव और अवसाद कम करने में मदद करता है, मानसिक ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाता है।
कैसे शुरू करें:
धीरे-धीरे शुरुआत करें: यदि आप नए हैं, तो पहले कम तीव्रता से शुरू करें।
सही तकनीक: पैरों की गति और रस्सी की लय का ध्यान रखें।
नियमितता: इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं ताकि आपको इसके सभी लाभ मिल सकें।
सुझाव:
संतुलित आहार के साथ इसे जोड़ें।
दिन में 10-15 मिनट का समय निकालें।
रस्सी कूदना न केवल आपके शरीर के लिए बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसे आजमाएं और अपने स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव देखें!