समय भास्कर नई दिल्ली । एक तरफ जहाँ बाबा रामदेव पर सर्वोच्च न्यायालय ने केस चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ बाबा राम देव के लिए एक और बुरी खबर सामने आ रही है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद उत्तराखंड सरकार हरकत में आ चुकी है। उत्तराखंड सरकार ने बाबा रामदेव की दवा कंपनी पतंजलि के 14 उत्पादों के विनिर्माण लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।सूत्रों के मुताबिक यह कार्यवाही कंपनी की ओर से अपने उत्पादों के बारे में बार-बार भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए किया गया है।

पतंजलि आयुर्वेद की दिव्य फार्मेसी के जिन उत्पादों के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं उनमें श्वासारि गोल्ड, श्वासारि वटी, दिव्य ब्रोंकोम, श्वासारि प्रवाही, श्वासारि अवलेह, मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर, लिपिडोम, बीपी ग्रिड , मधुग्रिट, मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर, लिवामृत एडवांस, लिवोग्रिट, आई ग्रिड गोल्ड और पतंजलि दृष्टि आई ड्रॉप शामिल हैं।पतंजलि फूड्स को जीएसटी खुफिया विभाग ने कारण बताओ नोटिस भेजा है, जिसमें कंपनी से पूछा गया है कि उससे 27.46 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट क्यों नहीं वसूला जाना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस के बाद पतंजलि के उप्तादों पर कार्यवाही से कहीं न कहीं बाबा रामदेव की पतंजलि की साख पर सवाल उठने लगें हैं। अब देखना दिलचस्प होगा की पतंजलि किस तरह से इस संकट से बहार आती है और को उनकी साख पर बट्टा लगा है उसको कैसे सही कर पाती है।

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