-69 कट्टे चावल को राशन डीलर के सुपुर्द किया
समय भास्कर,शिकोहाबाद। जनपद में राशन के सरकारी चावल की कालाबाजारी धडल्ले से हो रही है। रविवार सुबह चार बजे के करीब सहायक मंडी सचिव ने प्रतापपुर चौराहे के समीप एक मैनपुरी की कैंटर गाड़ी पर संदेह होने पर उसका पीछा किया तो चालक उसे तेजी से भगाने लगा।संदेह पर उन्होंने कैंटर का पीछा किया और सिरसागंज क्षेत्र में उसे पकड़ लिया। चालक से पूछा तो उसने बताया कि गाड़ी में राशन का सरकारी चावल है। इसके बाद उसे कब्जे में लेकर मंडी समिति आए। यहां पर नायब तहसीलदार और खाद्य पूर्ति निरीक्षक पहुंच गये। गाड़ी में चावल राशन का होने के कारण खाद्य पूर्ति निरीक्षक ने उसे एक राशन के सुपुर्द कर दिया,जबकि कैंटर को पुलिस के हवाले कर दिया।
जिले में राशन के चावल की कालाबाजारी बड़े पैमाने पर हो रही है। लोगों का कहना है कि रात के समय बड़ी संख्या में वाहनों में भरकर चावल को मिलों में भेजा जा रहा है। ऐसी ही एक मैनपुरी के नंबर की कैंटर पर संदेह होने पर सहायक मंडी सचिव योगेश कुमार यादव को प्रतापपुर चौराहे के समीप एक कैंटर मिली। संदेह होने पर उन्होंने कैंटर को रोकना चाहा, लेकिन चालक ने उसकी रफ्तार बढ़ा दी। संदेह यकीन में बदलने पर उन्होंने गाड़ी का पीछा किया और सिरसागंज क्षेत्र में जाकर उसे रोक लिया। कैंटर के चालक से पूछा तो उसने राशन का चावल होने की बात कही। इसके बाद सहायक सचिव मंडी उसको लेकर मंडी आ गये। मामले की जानकरी जिलाधिकारी को दी।
सूचना पर नायब तहसीलदार अवनीश कुमार और खाद्य पूर्ति निरीक्षक राजवीर सिंह गौतम मंडी पहुंच गए। उन्होंने गाड़ी में भरे चावल की जांच की और सरकारी चावल होने पर उसे राशन डीलर के सुपुर्द कर दिया, जबकि खाली गाड़ी पुलिस को सौंप दी।सहायक मंडी सचिव गाड़ी को चालक द्वारा चलवा कर मंडी लाए। यहां सूचना पर अधिकारी भी पहुंच गए। अधिकारी आपस में बातचीत में मशगूल रहे। इसका फायदा उठाते हुए कैंटर चालक भाग गया। इसके बाद उसने गाड़ी मालिक को फोन कर गाड़ी के पकड़े जाने की सूचना दी। इस पर गाड़ी मालिक स्कार्पियो गाड़ी में मंडी समिति में पहुंचा और उसने अधिकारियों से गाड़ी पकड़े जाने के बारे में जानकारी की। इसी दौरान गाड़ी चालक भी उसके साथ भाग गया। हालांकि चालक के चले जाने के बाद अधिकारियों ने इस पर कोई गंभीरता से विचार नहीं किया। अगर चालक पकड़ में आता तो चावल किसका था, कहां जा रहा था और कहां से खरीदा था। इस बारे में विस्तार से पता लगाया जा सकता था। लेकिन किसी अधिकारी ने इस पर कोई गौर नहीं किया।