आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सर्जिकल ब्लेड खेत से बरामद
समय भास्कर,फिरोजाबाद। थाना लाइनपार,एसओजी और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए नौ मार्च को हुई पुष्पेंद्र हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सर्जिकल ब्लेड को खेत से बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा है।एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि नौ मार्च की रात्रि डायल 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी है। जिसका शव ग्राम आलमपुर जारखी के पास पडा हुआ है। सूचना पर तत्काल लाइनपार प्रभारी निरीक्षक ऋषी कुमार,एसओजी प्रभारी शैलेंद्र सिंह चौहान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँचे और शव कब्जे में लिया। उसकी पहचान पुष्पेंद्र यादव पुत्र श्यामवीर निवासी उलाऊ खेड़ा थाना टूंडला के रूप में हुई। जिसकी गला रेतकर हत्या की गयी थी। मृतक के पिता की तहरीर पर लाइनपार पुलिस में हत्या का मुकदमा चार लोगों के खिलाफ दर्ज कराया गया। घटना को एसएसपी सौरभ दीक्षित ने गंभीरता से लिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमों का गठन किया। तीनों टीमों ने संयुक्त रूप से कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व सर्विलांस की मदद से मोबाइल नंबरों की लोकेशन प्राप्त की। विवेचना में महेंद्र प्रताप सिंह पुत्र गया प्रसाद निवासी कुँजपुरा हवेली थाना अराँव,राजा यादव पुत्र जितेन्द्र सिह हाल निवासी बिजेंद्र कॉलोनी मूल निवासी ग्राम बढाईपुरा के नाम प्रकाश में आये। पुलिस ने मुख्य आरोपी महेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र गया प्रसाद निवासी कुँजपुरा हवेली को रेलवे लाइन अन्डरपास नकटपुरा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सर्जिकल ब्लेड को गेहूं के खेत से बरामद कर लिया।इसलिए की पुष्पेंद्र की हत्या
पुलिस द्वारा पकड़े गये आरोपी महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मैंने मृतक पुष्पेंद्र से 19 लाख रूपये लिये थे। जिसमें पांच लाख रूपये का बैनामा मृतक के बडे भाई अनिल कुमार (वर्तमान में जेल में निरुद्ध है) के बच्चों के नाम किया था। जिसमें मृतक पुष्पेंद्र व उसके पिता श्यामवीर सिंह संरक्षक थे। मृतक पुष्पेन्द्र आए दिन शेष बचे रूपयों को माँगता था। जिसको लेकर उसने अपने दोस्त राजा के साथ उसकी हत्या की योजना बनाई। इसके बाद उसने नौ मार्च को उक्त दोनों ने पुष्पेंद्र की हत्या कर दी। जिसका आरोप अनिल के ससुर सोमराज पर लग जायेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पुष्पेंद्र की हत्या कर दी थी। मृतक का बड़ा भाई अनिल दहेज हत्या में जेल में बंद है।
समय भास्कर,फिरोजाबाद। थाना लाइनपार,एसओजी और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए नौ मार्च को हुई पुष्पेंद्र हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सर्जिकल ब्लेड को खेत से बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गये आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा है।एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि नौ मार्च की रात्रि डायल 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी है। जिसका शव ग्राम आलमपुर जारखी के पास पडा हुआ है। सूचना पर तत्काल लाइनपार प्रभारी निरीक्षक ऋषी कुमार,एसओजी प्रभारी शैलेंद्र सिंह चौहान पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँचे और शव कब्जे में लिया। उसकी पहचान पुष्पेंद्र यादव पुत्र श्यामवीर निवासी उलाऊ खेड़ा थाना टूंडला के रूप में हुई। जिसकी गला रेतकर हत्या की गयी थी। मृतक के पिता की तहरीर पर लाइनपार पुलिस में हत्या का मुकदमा चार लोगों के खिलाफ दर्ज कराया गया। घटना को एसएसपी सौरभ दीक्षित ने गंभीरता से लिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमों का गठन किया। तीनों टीमों ने संयुक्त रूप से कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व सर्विलांस की मदद से मोबाइल नंबरों की लोकेशन प्राप्त की। विवेचना में महेंद्र प्रताप सिंह पुत्र गया प्रसाद निवासी कुँजपुरा हवेली थाना अराँव,राजा यादव पुत्र जितेन्द्र सिह हाल निवासी बिजेंद्र कॉलोनी मूल निवासी ग्राम बढाईपुरा के नाम प्रकाश में आये। पुलिस ने मुख्य आरोपी महेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र गया प्रसाद निवासी कुँजपुरा हवेली को रेलवे लाइन अन्डरपास नकटपुरा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सर्जिकल ब्लेड को गेहूं के खेत से बरामद कर लिया।इसलिए की पुष्पेंद्र की हत्या
पुलिस द्वारा पकड़े गये आरोपी महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मैंने मृतक पुष्पेंद्र से 19 लाख रूपये लिये थे। जिसमें पांच लाख रूपये का बैनामा मृतक के बडे भाई अनिल कुमार (वर्तमान में जेल में निरुद्ध है) के बच्चों के नाम किया था। जिसमें मृतक पुष्पेंद्र व उसके पिता श्यामवीर सिंह संरक्षक थे। मृतक पुष्पेन्द्र आए दिन शेष बचे रूपयों को माँगता था। जिसको लेकर उसने अपने दोस्त राजा के साथ उसकी हत्या की योजना बनाई। इसके बाद उसने नौ मार्च को उक्त दोनों ने पुष्पेंद्र की हत्या कर दी। जिसका आरोप अनिल के ससुर सोमराज पर लग जायेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पुष्पेंद्र की हत्या कर दी थी। मृतक का बड़ा भाई अनिल दहेज हत्या में जेल में बंद है।
मुकदमा में राजीनामा कराने की कहकर ले गये साथ
महेंद्र ने बताया कि उसने मृतक को मोबाइल फोन से बरी चौराहा पर बुलाया था। मृतक अपनी मोटर साइकिल से बरी चौराहा पर आ गया। मृतक से कहा गया कि तेरे भाई के मुकदमा में राजीनामा के लिए सोमराज के घर चलते हैं। उसी मोटर साइकिल पर मृतक पुष्पेंद्र को बीच में बैठाकर सोमराज के खेत के पास घटनास्थल पर ले गये। जहाँ पर मोटर साइकिल पर पीछे बैठे आरोपी राजा ने तमंचे से मृतक पुष्पेंद्र के पीछे से गोली मार दी जो पुष्पेन्द्र के दाहिने कंधे में लगी। जिससे मृतक मुँह के बल मोटरसाइकिल से नीचे गिर गया। उसके बाद आरोपियों द्वारा मृतक के गले में कपड़ा ठूंस कर मृतक के बाल पकडकर सर्जिकल ब्लेड से उसका गला काट दिया गया।
महेंद्र ने बताया कि उसने मृतक को मोबाइल फोन से बरी चौराहा पर बुलाया था। मृतक अपनी मोटर साइकिल से बरी चौराहा पर आ गया। मृतक से कहा गया कि तेरे भाई के मुकदमा में राजीनामा के लिए सोमराज के घर चलते हैं। उसी मोटर साइकिल पर मृतक पुष्पेंद्र को बीच में बैठाकर सोमराज के खेत के पास घटनास्थल पर ले गये। जहाँ पर मोटर साइकिल पर पीछे बैठे आरोपी राजा ने तमंचे से मृतक पुष्पेंद्र के पीछे से गोली मार दी जो पुष्पेन्द्र के दाहिने कंधे में लगी। जिससे मृतक मुँह के बल मोटरसाइकिल से नीचे गिर गया। उसके बाद आरोपियों द्वारा मृतक के गले में कपड़ा ठूंस कर मृतक के बाल पकडकर सर्जिकल ब्लेड से उसका गला काट दिया गया।