पंकज दुबे/मुंबई। खेरवाड़ी पुलिस थाने में विद्युत् अधिनियम, 2003 की धारा 135 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई और मामले को आगे की जाँच के लिए एमआईडीसी, अँधेरी पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है।
ग्राहक प्लास्टिक मोल्डिंग निर्माण कारखाने के लिए मीटर से सप्लाई को डायरेक्ट सप्लाई में अदलाबदली करने के लिए चेंजओवर स्विच का प्रयोग करके थ्री फेज डायरेक्ट सप्लाई इस्तेमाल करते हुए पाया गया।
यह हमारी विजिलेंस टीम द्वारा एक महीने के भीतर पकड़ी गई बड़ी चोरी का दूसरा मामला है। चोरी पिछले मामले की राशि 1.33 करोड़ रुपये थी।
मुंबई, 18 जुलाई, 2023 : अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) की विजिलेंस टीम ने मेसर्स क्रोहैस्ट प्लास्टिक मोल्डिंग मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड के विरुद्ध 1.09 करोड़ रुपये की बिजली चोरी का पर्दाफ़ाश किया है। यह कंपनी होली स्पिरिट हॉस्पिटल, अँधेरी ईस्ट के निकट महाकाली केव्स रोड पर स्थित हवा अपार्टमेंट में प्लास्टिक मोल्डिंग का व्यवसाय चलाती है। एईएमएल की विजिलेंस टीम ने विद्युत् अधिनियम, 2003 की धारा 135 के अंतर्गत डायरेक्ट सप्लाई का मामला दायर किया है। इस सम्बन्ध में टीम ने मोल्डिंग व्यवसाय के मालिक और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड के पंजीकृत उपभोक्ता, पंकज वासुदेवन नायर के विरुद्ध 15 जुलाई, 2023 को खेरवाड़ी पुलिस थाने में एक एफआईआर (संख्या 432/23) दर्ज किया है।
विजिलेंस टीम को मेसर्स क्रोहैस्ट प्लास्टिक मोल्डिंग मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड के विरुद्ध संदेहास्पद गतिविधियों की जानकारी मिली थी, लेकिन उनके हाथ कोई सबूत नहीं लगा था। इस बार टीम ने यथोचित योजना के साथ 13 जुलाई, 2023 को कार्यस्थल पर छापा डाला और डायरेक्ट सप्लाई का मामला पकड़ा, जिसमें स्रोत से थ्री फेज डायरेक्ट सप्लाई का कनेक्शन लिया गया था और उसे मेसर्स क्रोहैस्ट प्लास्टिक मोल्डिंग कंपनी में एक चेंजओवर स्विच तक ले जाया गया था। उपभोक्ता मीटर सप्लाई से डायरेक्ट सप्लाई में अदला-बदली करने के लिए चेंजओवर स्विच का इस्तेमाल कर रहा था। डायरेक्ट सप्लाई 58 केडब्लू के लोड के लिए ली जाती है। छापे के दौरान टीम के सदस्यों को रुकावट डालने और दुर्व्यवहार की कोशिश सहित अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ा। इस प्रतिरोध के बावजूद, टीम को साक्ष्य एकत्र करने और विद्युत् अधिनियम, 2003 की धारा 135 के तहत मामला दर्ज करने में सफलता मिली।
चार वर्ष और सात महीनों की अवधि के लिए 5,61,598 यूनिट्स का आंकलन किया गया जिसकी राशि 1,09,82,544 रुपये (एक करोड़ नौ लाख बयासी हज़ार पाँच सौ चौवालीस रुपये) आँकी गई। मामले को आगे की जाँच के लिए खेरवाडी थाने से एमआईडीसी अँधेरी थाने में स्थानांतरित किया गया है।
बिजली चोरी के मामले पर अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि, “यह हमारी विजिलेंस टीम द्वारा एक महीने के भीतर पकड़ी गई बड़ी बिजली चोरी का दूसरा मामला है। जून 2023 में टीम ने जैनी ट्रेडर्स के विरुद्ध एक करोड़ तैंतीस लाख (1.33 करोड़) की बिजली चोरी का पता लगाया था। यह कंपनी अवैध ढंग से थ्री-फेज डायरेक्ट सप्लाई का प्रयोग करके कुरार ग्राम, मलाड में इलेक्ट्रोप्लेटिंग का कारोबार चला रही थी। हम एक बार फिर इतनी बड़ी राशि की बिजली चोरी का पता लगाने के लिए टीम को बधाई देते हैं और हमें उनके साहस, प्रतिबद्धता, एवं समर्पण पर गर्व है।