शैलेंद्र पांडे/ मीरा भायंदर
विधानसभा के चुनाव अब निर्धारित हो चुके है और अब साथ ही साथ यह कयास भी लगाया जाने लगा है कि नगरपालिका के चुनाव भी शीघ्र ही करवा दिए जाएंगे। मीरा भायंदर महानगर पालिका की अगर बात करें तो एक समय था जब कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस का वर्चस्व हुआ करता था फिर नरेंद्र मेहता की एंट्री हुई और देखते ही देखते मनपा की कमान मेहता के नेतृत्व में भाजपा के खेमें में पहुंच गई और फिलहाल मनपा पर भाजपा का ही वर्चस्व है।
नरेंद्र मेहता के पक्ष में भाजपा के अत्यधिक नगरसेवक है और कुछ नगरसेवक पूर्व जिलाध्यक्ष रवि व्यास के पक्ष में आज भी खड़े नजर आ रहे है। गीता जैन जो विधायिका बनने के पूर्व महापौर थी लेकिन निर्दलीय लड़ने के बाद और चुनाव जीतने के उपरांत वो किस पक्ष के साथ खड़ी है यह एक चर्चा का विषय है।
जनता में चर्चा का एक विषय यह है कि अगर भाजपा ने मेहता को टिकट नहीं दिया तो क्या मेहता भाजपा के साथ अपना संबंध बनाए रखेंगे और अगर नहीं तो क्या आने वाले मनपा के चुनाव में मेहता के पक्ष के नगरसेवक भाजपा से ही चुनाव लड़ेंगे। जनता के मन में ऐसे कई कयास चल रहे है।
सूत्रों के हवाले से तो यही माहौल बनाया जा रहा है कि मेहता की टिकट कंफर्म है लेकिन कुछ दिनों में यह बात साफ हो जायेगी कि 145 से युति सरकार का प्रतिनिधित्व किसे मिलेगा।