सिनेमा 70 mm / Review By ActAbhi –
जब जब धर्म की हानि होती है तो भगवान जन्म लेते है और इस बार भी भारतीय हिंदी सिनेमा के गिरते स्तर को बचाने आ चुकी है कल्कि 2898 एडी भविष्य और पौराणिक के डेडली कड़क तड़के के साथ । इस फ़िल्म की बात करें तो एक शानदार फिल्म और हो भी क्यों ना ! पौराणिक कहानी का चुनाव और कल्पना की सार्थक उड़ान के साथ शानदार अभिनय, स्पेशल इफ़ेक्ट्स, और दमदार निर्देशन से सजी कल्कि 2898 एडी। कल्कि भगवान के भविष्य के अवतार का नाम है । कल्कि भगवान की कहानी को लेकर, महाभारत से ठीक छः हज़ार साल बाद की दिनांक की गणना और भविष्य के उस समय को कल्पना की उड़ान के को खूबसूरती से दर्शाना अपने आप में काबिले तारीफ का काम है । आज हमारा युवा हमारे प्राचीन पौराणिक इतिहास और उसमें मिलने वाले सुपर हीरो से अनजान है । ऐसे में एक ऐसी फिल्म बनाना जो आज के जनमानस को साईं फाई के जरिए हमारा प्राचीन पौराणिक इतिहास बता रही है और वो अभी शानदार तरीक़े से । भगवान कृष्ण ,कर्ण ,अर्जुन और अश्वत्थामा के साथ भविष्य की दुनिया के विज्ञान जिसमे भविष्य के ड्रोन और भविष्य की काशी कैसी होगी ।
एक तरफ़ हिन्दी सिनेमा, सच कहूँ तो सही नाम बॉलीवुडिया वाले, हमेशा ऐसा देखा गया है कि वो भारत के अपने प्राचीन पौराणिक गौरवशाली इतिहास पर फिल्म बनाकर विश्व को दिखाने में शर्म महसूस करता है और वहीं दूसरी तरफ़ जिनको यह लोग साउथ का सिनेमा कह कर दरकिनार करने की कोशिश करते रहें है । सच कहूँ तो आज के दौर में अपनी फिल्मों के स्तर को दिन पर दिन एक अलग मुकाम देने के कारण भारतीय सिनेमा के असली वारिस बनते जा रहे है । अपनी कहानियों को चुनना और गर्व से अपने इतिहास अपनी संस्कृति को सिनेमा के ज़रिए विश्व तक पहुँचाना । इसके साथ हम लोग भारतीय सिनेमा के ऐसे प्रयासों पर गर्व कर रहा है ।
कहानी – कहानी है भविष्य के काशी की । जहां पर जैसी पृथ्वी आज है भविष्य में वैसी नहीं रहेगी वहां पर यास्कीन का राज है और उसके पास है एक कॉम्पेक्स। जहां पर हर काशीवासी जाना चाहता है । कॉम्प्लेक्स में गरीबी नहीं है । लेकिन यास्कीन के अत्याचारों से लड़ने के लिए वहाँ पर विद्रोही संगठित हो जाते है क्योकि यास्कीन अपने को सुप्रीम मानता है । क्योकि फ़िल्म में दिखाई गई काशी में भगवान नहीं है । जो भी है वो है सुप्रीम है और ये विद्रोही जो सुप्रीम से लड़ रहें है उजाले के लिए आने वाले भविष्य के लिए ।
भगवान कृष्ण के श्राप के कारण अश्वत्थामा आज भी अमर है और श्राप देते समय भगवान ने अश्वत्थामा से कहा था कि भविष्य में तुम मेरी रक्षा करोगे जब मैं अवतार लूँगा। कहानी में सुप्रीम जिसका किरदार कमल हसन ने निभाया है । अपनी एक दुनिया जिसको काशी वाले कॉम्प्लेक्स कहते है वहाँ पर लड़कियों को अपनी लैब में रख कर प्रयोग करता है जिससे वो अमर हो जाये और उसके लिए उसको गॉड पार्टिकल की ज़रूरत है । भविष्य में भगवान पैदा होने वाले है यह बात सुप्रीम जानता है इसलिए वो हर गर्भवती औरत को अपनी लैब में रखता है जिससे वो उससे गॉड पार्टिकल प्राप्त कर सके । लेकिन भगवानी कृष्ण के कहे अनुसार अश्वत्थामा को भविष्य में उनकी रक्षा करनी है । इसलिए वो दीपिका पादुकोण के किरदार के गर्भ में भगवान आ चुकें है इस बात का आभास होते ही अश्वत्थामा माँ के साथ रहता है और उनकी सुरक्षा के लिए जो भी ज़रूरी होता है करता है । माँ को सुप्रीम के गुंडों से बचाता है । काम्प्लेक्स जाने की इच्छा रखने वाले भैरवा का किरदार प्रभास ने निभाया है और वो काम्प्लेक्स जाना चाहता है। भैरवा को यह बात पता नहीं है कि वो माँ को सुप्रीम को देने जा रहा है। लेकिन उसके रास्ते की सबसे बड़ी रुकावट है अश्वत्थामा ।
पटकथा – एक शानदार कहानी की शानदार पटकथा, इसमें कल्कि की पूरी टीम के मेहनत दिखाई देती है । कहानी के बाद फिल्म कैसी दिखेगी यह बात स्क्रीन प्ले से निर्धारित होती है । फिल्म का पहला हाफ़ थोड़ा स्लो है । इसमें भविष्य का काशी कैसा होगा दिखाया गया है । भविष्य में विज्ञान कैसा होगा ? फ़िल्म भविष्य के बारे में है तो इस बात को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है । भविष्य की गाड़िया , भविष्य का फ़ोन , भविष्य के रोबेट सभी को बखूबी से दर्शाया गया है । फ़िल्म 3 घंटे की है अगर पहले हाफ़ से कुछ सीन को कम किया जा सकता था ।दिशा पाटनी और प्रभास वाला दृश्य अगर फ़िल्म में नहीं भी होता तो फ़िल्म पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता । पूरी फिल्म में वो हिस्सा काफ़ी बोरिंग साबित होता है । फिल्म का दूसरा हाफ़ काफ़ी शानदार है । दर्शक अपनी सीट से उठ नहीं सकते हैं । फ़िल्म अगर थोड़ी छोटी होती तो अच्छा रहता । पहले हाफ में कॉमेडी के छोटे छोटे पुट डाले गये है ।
अभिनय – फिल्म में अमिताभ बच्चन ने अश्वत्थामा का किरदार निभाया है ।अभिताभ बच्चन ने हर बार और बार बार साबित किया है कि उनके आने से फ़िल्म का पर्दा हिलता है । अमिताभ बच्चन ने अश्वत्थामा के किरदार में शानदार अभिनय किया है । यह किरदार उनके द्वारा निभाए गए किरदारों में से एक यादगार किरदार साबित होगा । अब से उनके बहुत से नामों में अश्वत्थामा का नाम भी जुड़ गया है । जितनी बार भी अमिताभ बच्चन के किरदार अश्वत्थामा की एंट्री होती है तालियाँ बजती है । इस फिल्म में प्रभास ने भैरवा का किरदार निभाया है और उन्होंने भी शानदार काम किया है । वैसे प्रभास के बारे में कहा जाये तो उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर में ऐसे किरदारों को निभा दिया है कि वो हमेशा याद रखें जाएँगे । प्रभास ने काफ़ी शानदार एक्शन सीन किए है । अमित जी के साथ प्रभास के एक्शन सीन काफ़ी आकर्षक है और हर सीन पर तालियाँ बजती है । दीपिका ने अपने किरदार के हिसाब से अच्छा काम किया है । कमल हसन ने सुप्रीम के किरदार में फ़िल्म में जितना भी काम किया है उसमें जान डाल दी है । दिशा पाटनी फ़िल्म में क्या करने आई थी पता नहीं चल सका ।दिशा से काफ़ी अच्छा काम मृणाल ठाकुर ने किया है । फिल्म में साउथ के सुपर स्टार डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा और राजा मौली का कैमियो और वो भी बड़े ही फनी अन्दाज़ मेंदर्शकों को बहुत पसंद आ रहा है । फिल्म में साउथ के सुपरस्टार कॉमेडियन ब्रह्मानंद ने इस फिल्म में किरदार निभाया है । दुलकर सलमान,जेआर एनटीआर ,राणा दग्गुबाती ,ने भी फिल्म में काम किया है । एक बात, सभी ने अपने हिस्से का काम किया है और कोई भी किसी किरदार दूसरे को दबाने की कोशिश करता दिखाई नहीं देता है ।
निर्देशन – कल्कि 2898 ऐडी को मशहूर निर्देशक नाग अश्विन ने निर्देशित किया है और फिल्म में उनका निर्देशन उनका विजन दिखाई साफ़ दिखाई दे रहा है। उन्होंने कमाल का निर्देशन किया है । इस फिल्म की बदौलत हम विश्व को कह सकते है कि हमारे पास नाग अश्विन की साई फाई पौराणिक कथाओं वाली कल्कि 2898 ऐडी है । फिल्म में शानदार वीएफ़एक्स और शानदार स्पेशल दृश्यों की भरमार है। फिल्म को बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है । एक दम विश्व स्तरीय काम किया गया है ।
फिल्म के पौराणिक किरदारों की गरिमा से कोई समझौता नहीं किया गया है और उसको जिस तरह दिखाया गया है वो काबिले तारीफ है।अमिताभ बच्चन द्वारा निभाया गया अश्वत्थामा का किरदार हो या कमल हासन का सुप्रीम का किरदार, काफी प्रभावशाली लगे हैं । प्रभास का किरदार आम लोगों से जुड़ता दिखाई देता है ।
फ़िल्म का बैकग्राउंड स्कोर काफ़ी विशाल है और इस फ़िल्म की भव्यता को और बढ़ता है ।
फिल्म को क्यों देखें – काफ़ी सारे कारण है । एक है हमारे पौराणिक चरित्र और एक बार फिर अश्वत्थामा जैसे सुपर हीरो को सभी के सामने फिर से लाना है । अमिताभ बच्चन, कमल हासन, प्रभास का शानदार अभियान और आज के युवाओं बच्चों को असली सुपर हीरो से परिचित कराने के लिए । एक शानदार साई फ़ाई पौराणिक गाथा कल्कि 2898 एडी ।