– हत्यारोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद
समय भास्कर,फिरोजाबाद।थाना अरांव क्षेत्र में दो दिन पूर्व दरोगा की हत्या उसकी बाइक पर पीछे बैठे साथी युवक ने की थी। पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर उसकी निशान देही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा व एक खोका कारतूस बरामद कर घटना का खुलासा कर दिया
उपनिरीक्षक दिनेश कुमार मिश्रा हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रणविजय सिंह ने पत्रकारों को बताया कि 03 अगस्त की देर शाम दरोगा के साथ पीछे बाइक पर बैठे धीरज शर्मा उर्फ प्रवीन ने प्रभारी निरीक्षक थाना अरांव को सूचना दी कि ग्राम चन्द्रपुरा व पीथे पुर के मध्य दरोगाजी का एक्सीडेंट हो गया है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक घटना स्थल पर पहुँचे, और उप निरीक्षक दिनेश कुमार मिश्रा को घायल अवस्था मे फिरोजाबाद सरकारी ट्रामा सेंटर पहुँचे। जहां चिकित्सकों ने दरोगा को मृत घोषित कर दिया। और बताया दरोगा की मौत गोली लगने से हुई है। जिसके आधार पर थाना अरांव में हत्या का मुकदमा पंजिकृत किया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने 04 टीमो का गठन किया, गठित टीमों ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किये एवं सीसीटीवी कैमरे खंगाले तथा पास में रहने वाले लोगो से भी जानकारी हासिल की।मृत उपनिरीक्षक से सम्बन्धित मोबाइल फोन नंबरों की जानकारी की गई, तथा घटना के समय उनके साथ मौजूद धीरज शर्मा से घटना के सम्बन्ध में पूंछ ताछ की गई और दिनभर की गतिविधियों को गहनता से चैक किया गया। साथ ही मोबाइल रिकार्ड चैक कर गहनता से पूँछ ताछ की गई , जिसमे धीरज द्वारा बार बार अपने बयान बदलने की बात उसके द्वारा दिये गये व्यान की हर कड़ी को गम्भीरता से टीमो द्वारा टेक्निकल एवं मैनुअल तरीके से चैक किया गया। जिससे धीरज शर्मा पर शक और गहराता चला गया। जिसके बाद टीमो द्वारा मौके के साक्षियों से पूँछ ताछ कर उनके कथन अंकित किये गये। और अन्य भौतिक साक्ष्यों को एकत्रित किया गया।जिसके फलस्वरूप धीरज की भूमिका सनदिग्द लगने लगी।
पाँच अगस्त को धीरज शर्मा उर्फ प्रवीन पुत्र स्व रामबाबू शर्मा को उक्त टीमो द्वारा योजनाबद्ध तरीके से गिरफ्तार किया गया। उससे पूँछ ताछ की गई ,तो उसके द्वारा घटना का जुर्म इकबाल किया। उन्होंने बताया कि उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त एक अवैध तमंचा 315 बोर जिसमे एक खोका कारतूस फसा हुआ था। घटना स्थल के समीप बिटोरा से बरामद किया गया।
उन्होंने बताया , कि धीरज ने जानकारी के दौरान यह भी बताया कि वह मूल रूप से नगला केवल कन्थरी थाना शिकोहाबाद जनपद फिरोजाबाद का निवासी हू। मेरे पिता पुलिस विभाग के दरोगा पद से रिटायर हुए थे। जिन्होंने आगरा कालिन्द्री बिहार में मकान बनबाया। वही पर अपनी माँ व छोटे भाई के साथ रह रहा हूँ। बुरी संगत में पड़ने के कारण शराब पीने का आदी हो गया था। जिसके कारण पत्नी छोड़कर चली गयी। एक 07 वर्ष की पुत्री है,जो मेरी माँ के साथ आगरा में रहती है।
विगत 06 माह से में मृतक दिनेश मिश्रा के साथ रहकर खाना बनाने के अलावा अन्य घरेलू कार्य करता था। जिसके एवज में खाना पीना व खर्चा दरोगा जी देते थे। उसने बताया दो माह से दरोगाजी ने पैसे नही दिये थे। जिसके कारण बच्ची की फीस भी नही जमा हो पा रही थी। इस लिये पैसे के लेन-देन को लेकर दरोगाजी से विवाद हो गया था। इस लिये मैने गोली मारकर हत्या कर दी।