अतिक्रमण सिर्फ सीढ़ियों तक रहा सीमित
– व्यापारियो ने लगाया पक्षपात का आरोप
समय भास्कर,जसराना। बुधवार को तहसील प्रशासन ने नगर पंचायत और पुलिस के संयुक्त अभियान में कस्बा में अतिक्रमण अभियान चलाया गया। बुलडोजर से दुकानों के बाहर लगे टिनशेड और चबूतरों को गिराने आई टीम सिर्फ नालियों के वाहर लगे सीढ़ियों तक ही सिमिट कर रह गई, इस दौरान व्यापारी भी आपस मे एक दूसरे की सीढ़ियां तुड़बाने में लगे रहे। कुछ लोगो की नाली के ऊपर अतिक्रमण कर बनाए गए चबूतरों को तोड़कर नष्ट कर दिया गया। इस कार्रवाई के खिलाफ कुछ लोग लामबंद हो गए तथा अभियान का विरोध करते हुए पक्षपात का आरोप भी लगाया इससे अभियान धीमा पड़ गया। एक व्यापारी का टीन टप्पर तोड़ने से उसका नुकसान हो गया। बता दें कि बाजार में अतिक्रमण हटाने को लेकर अनेक घोषणाएं की गई,चेतावनी जारी की गई,लेकिन अभियान नहीं चलाया जा सका था। जिससे बाजारों में पैदल चलना मुश्किल हो गया था। बुधवार को नायब तहसीलदार नितिन कुमार,ईओ अवनीश यादव पुलिस के साथ बुलडोजर लेकर बाजार में आ गए।
कस्बा के मैन चौराहे पर पहुचे तो व्यापारियों ने विरोध करते हुए अतिक्रमण अभियान मुस्तफाबाद रोड से नदी पल के पास से चलाने को कहा जिस पर प्रशासन की टीम मुस्तफाबाद रोड से शुरू हो गई। लेकिन जहां से अभियान की शुरुआत हुई वहा से प्रशासन ने सिर्फ नाली के आगे बनी सीढ़िया ही तोड़ना शुरू की,नाले का ऊपर चलने बाला अभियान राजनैतिक प्रेसर के चलते सिर्फ सीढ़ियों तक ही रह गया। मुस्तफाबाद रोड के बाद घिरोर रोड पर चलाया गया इस दौरान राजनैतिक दखल बाले लोगो की सीढ़ियां भी नही तोड़ी तो कुछ लोगो की नालियों के ऊपर की पटिया भी साफ कर दी। एक दुकानदार की तीन सेड भी तोड़ दी। अतिक्रमण के दौरान हो रहे पक्षपात को देखते हुए कुछ व्यापारी लामबंद हो गए जिसके चलते अतिक्रमण अभियान को बीच मे ही छोड़कर ईओ बुलडोजर लेकर चले गए। त्यौहार पर ही क्यों चलता है अभियान समय भास्कर,जसराना।
जसराना कस्बा में चला नगर पंचायत और तहसील प्रशासन द्वारा चलाये गए अतिक्रमण अभियान से समूचे कस्बा में हड़कंप मचा रहा। अभियान के दौरान कस्बा का पूरा बाजार बंद हो गए। इस दौरान व्यापारियों ने कहा कि ये अभियान त्यौहार के आगे पीछे भी चलाया जा सकता है। लेकिन अतिक्रमण अभियान त्योहार के समय ही चलाया जाता है जिस कारण व्यापार पूरी तरह से ठप हो जाता है। एसडीएम के जाने के बाद कुछ देर में व्यापारी एकत्रित हो गए और विरोध शुरू हो गया। कुछ दुकानदार तो आपस मे ही झगड़ने पर उतारू हो गए। व्यापारी नेताओं का कहना था कि नाले और नाली के ऊपर से तख्त हटाना उचित है,लेकिन ऊपर पड़ी टीन से क्या परेशानी आ रही थी। धूप,बारिश से बचने के लिए व्यापारियों ने टीन डाली है। मौके की नजाकत को देखते हुए अतिक्रमण अभियान सुस्त पड़ गया और नगर पंचायत बुलडोजर लेकर चली गई।