समय भास्कर,फ़िरोज़ाबाद। भाद्रमाह के सुद दशमी को दिगंबर जैन समाज के पवाॅधिराज पर्यूषण दसलक्षण पर्व का छठा दिन होता है ईस दिन को धूप दशमी के रूप में मनाया जाता है लोग ईस दिन बैंड बाजो के साथ घर से धूप लेकर जाते है और मंदिर में भगवान के दर्शन के साथ धूप चढा कर खूशबू फैलाते है और कामना करते हैं कि ईस धूप की तरह ही हमारा जीवन भी हमेशा महकता रहें। नगर में भी जैन धर्म के अनुयाईओं द्वारा दशलक्षण पर्व के साथ सुगंध दशमी को भी बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर प्रातः जिना लयों में बड़े बड़े समूहों में एक साथ श्री जी का जिनाभिषेक एवं शांतिधारा की। इस दौरान घंटे घड़ीयाल एवं श्रद्धांलूके जयकारों की आवाज मंदिरों में गूंजती रही। तत्पश्चात् श्रद्धांलुओं द्वारा शुद्ध मन्त्रोंच्चारण के साथ श्री जी के सम्मुख सोलह कारण, पंच मेरु और उत्तम संयम धर्म के अर्घ्य चढ़ाये। दोपहर को तत्वार्थ सूत्र जी की चर्चा में मुनिश्री ने उत्तम संयम धर्म पर कहा कि प्राणी-रक्षण और इन्द्रिय दमन करना संयम है।