ये है पूरा मामला ?
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में चोरी के आरोप में 19 जून को जेल भेजे गए बंदी की मौत के बाद बवाल हो गया। मृतक के परिजनों और लोगों ने शुक्रवार देर शाम न्यायिक जांच की मांग को लेकर हंगामा किया। पुलिस की एक बाइक फूंक दी। पांच से छह राउंड गोलियां भी चलाई गईं। सीओ व सिटी मजिस्ट्रेट और अन्य पुलिस कर्मियों ने भागकर जान बचाई। पांच पुलिस कर्मी भी घायल हो गए। एसएसपी ने टीम के साथ पहुंच कर पथराव कर रहे लोगों को लाठियां फटकार कर खदेड़ा। चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। डीएम रमेश रंजन भी मौके पर पहुंचे।
थाना दक्षिण के नगला पचिया निवासी आकाश (27) को थाना दक्षिण पुलिस ने बाइक चोरी के मामले में 17 जून को घर से हिरासत में लिया था। पुलिस ने उसे 19 जून को जेल भेज दिया था। शुक्रवार को आकाश की मौत की खबर जेल प्रशासन से परिजन को मिली।पोस्टमार्टम हाउस पर राजनीतिक दलों व भीम आर्मी के लोगों ने पुलिस प्रशासन व जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी व धरना दिया था। शाम को पैनल से पोस्टमार्टम के बाद आकाश का शव परिजन को दिया गया।हिमांयुपुर चौराहे पर एंबुलेंस को रोककर परिजन व अन्य लोग सड़क पर बैठ गए। मृतक के भाई सन्नी का कहना था कि मेरे भाई की पिटाई से मौत हुई है। मामले की न्यायिक जांच की जाए।
लोगों ने एंबुलेंस को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया तो पथराव कर दिया। पुलिस टीम भाग खड़ी हुई। सीओ सिटी हिमांशु गौरव व सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार के बगल से भी कई पत्थर निकले। वह भी जान बचाने को भागे।फायरिंग भी पांच से छह राउंड की गई। पथराव में पांच पुलिस कर्मियों के भी घायल होने की खबर है। करीब 25 मिनट बाद एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्र टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में एसएसपी सौरभ दीक्षित भी आ गए। पथराव कर रहे लोगों पर जमकर लाठियां बरसाई गईं। चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।इधर बवाल बढ़ने की आशंका पर देर रात आगरा, मथुरा और मैनपुरी समेत अन्य जिलों से भी फोर्स बुला लिया गया। रात में पुलिस टीमें दबिशे देती रहीं ।
एंबुलेंस में 12 घंटे रखा रहा शव
पुलिस और जिला प्रसाशन की मौजूदगी में ,शनिवार सुबह हुआ आकाश का अंतिम संस्कार
फिरोजाबाद में थाना दक्षिण क्षेत्र के नगला पचिया निवासी बंदी आकाश का शव पोस्टमार्टम के बार 12 घंटे एंबुलेंस में रख रहा। उपद्रव के कारण आकाश के शव का अंतिम संस्कार नही हो सका। उपद्रव की सूचना पर पुलिस महानिरीक्षक आगरा परिक्षेत्र आगरा भी अपर पुलिस अधीक्षक नगर कार्यालय पर डेरा जमाये रहे। उन्होंने मृतक के परिजनों से जानकारी हासिल कर उन्हें ढांढस बंधाया। ततपश्चात शनिवार सुबह 4:30 बजे पुलिस की सतर्कता के मध्य शव को अंतिम संस्कार के लिये श्मशान पर ले जाया गया, जहाँ अधिकारियों व परिजनों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया। जिला प्रसाशन ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में पांच लाख की धनराशि का चैक प्रदान किया।अंतिम संस्कार के दौरान जिलाधिकारी रमेश रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित, अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा , नगर मजिस्ट्रेट राजेन्द्र प्रसाद के अलावा पुलिस एवं प्रसाशन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
घटना की टाइमलाइन
सुबह 4:00 बजे जिला कारागार में बंदी की हालत बिगड़ी
सुबह 5:00 जेल प्रशासन ने उसे उपचार के लिए सरकारी ट्रामा सेंटर भेजा
सुबह 5:45 उपचार के दौरान बंदी की मौत
सुबह 7:00 मृतक के परिजन को जेल प्रशासन ने दी सूचना
सुबह 10:00 से पोस्टमार्टम गृह पहुंचे परिजन
दोपहर 12:00 राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोगों ने पीएम हाउस में डाला डेरा
दोपहर 1:30 नगर विधायक मनीष असीजा पहुंचे पोस्टमार्टम गृह
दोपहर 2:00 बजे से परिजन के साथ भीम आर्मी व राजनीतिक पार्टियों ने पोस्टमार्टम गृह पर दिया धरना
सरकारी शाम 5:00 बजे पैनल टीम द्वारा कराया गया शव का पोस्टमार्टम
शाम 6:00 सरकारी एंबुलेंस से पीड़ित के घर भेजा गया था मृतक का शव
शाम 7:00 एंबुलेंस रोककर हिमायूंपुर चौराहे पर लगाया गया था जाम
शाम 7:30 पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे मौके पर
शाम 7:45 बजे जुटने लगी थी समर्थकों की भीड़
रात 8:00 भड़क उठी थी हिंसा किया था पथराव
रात 8:05 बजे उल्टे पांव दौड़ पड़ी थी पुलिस
रात 8.07 मिनट से 8:32 तक पथराव व फायरिंग
रात 8:45 पुलिस टीम के साथ पहुंचे थे एसपी सिटी
रात 8:50 बजे दंगाइयों पर पुलिस ने बरसाई थी लाठियां
रात 8:55 बजे मौके पर पहुंचे थे प्रशासनिक अधिकारी
रात 9:30 तक थम गया हिंसा का माहौल
फिरोजाबाद में कैदी की मौत पर भड़कीं मायावती, यूपी पुलिस से कर दी ये बड़ी डिमांड
फिरोजाबाद में हुई कैदी की मौत पर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है। जेल अधीक्षक के अनुसार गुरुवार रात उसकी तबीयत खराब हो गई थी। हालांकि मां ने कहा है कि उसकी मृत्यु नहीं हुई है। इस पर मायावती की प्रतिक्रिया आई है। मायावती ने कहा कि सरकार दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।थाना दक्षिण क्षेत्र के नगला पचिया निवासी बंदी की मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। पहले गुस्साए स्वजन और भीड़ ने बवाल किया। अब इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती की भी प्रतिक्रिया आई है।
मायावती ने लिखा कि यूपी के फिरोजाबाद जिले में एक वंचित कैदी की जेल में जिस प्रकार से जान ली गई। यह अति दुःखद। सरकार दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे। उन्होंने आगे लिखा कि साथ ही इस घटना के विरूद्ध आवाज उठाने वाले निर्दोष लोगों को पुलिस तुरन्त छोड़े। और उन पर दायर केस भी वापिस लें। बी.एस.पी. की यह मांग।
बेटे की बीमारी से मौत नहीं हुई है। उसे जान बूझ कर मारा गया है। उसकी मौत के लिए पुलिस और कारागार प्रशासन जिम्मेदार है। मामले में दोषी लोगों का पता लगा कर उनके विरुद्ध मुकदमा लिखवाया जाए। – शकुंतला , बंदी आकाश की मां
पीड़ित परिवार से मिले सपा महासचिव, अमिताभ ठाकुर बोले- जेल अधीक्षक को निलंबित कर दर्ज हो केस
फिरोजाबाद में शुक्रवार के जेल में युवक की मौत हो गई। घटना के बाद से परिजन न ग्रामीणों में आक्रोश है। शनिवार को सपा से राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिजन को ढांढस बंधाया।परिवार के लोगों से घटना की पूरी जानकारी ली। कहा कि आकाश के शरीर पर चोटों के निशान थे। इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं उसकी पिटाई हुई है। यह जांच का विषय है कि पिटाई जेल में हुई या थाने में हुई है। यह बहुत गंभीर मामला है। इसमें पूरी जांच होनी चाहिए। आकाश का कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं है।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आकाश की मौत पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि लखनऊ जेल में सात माह के प्रवास के दौरान अपनी आंखों से तमाम कैदियों की निर्मम पिटाई को देखा है।कहा कि जेल कर्मियों के अन्य तमाम अत्याचारों का चश्मदीद गवाह होने के नाते भी कह सकते हैं कि आकाश की मृत्यु प्रथम दृष्टया स्वाभाविक नहीं दिखती है। यह जेलकर्मियों की पिटाई जान पड़ती है। उन्होंने मामले में जेल अधीक्षक को निलंबित करने की मांग की। साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की।