-जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद मिला ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र
-बिना रुपयों के जारी नहीं किया जाता सर्टिफिकेट
-प्राइवेट कर्मी द्वारा की गई हॉट टॉक तहसील में रही चर्चा का विषय
समय भास्कर,एका। तहसील जसराना सरकारी कार्यालय में प्राइवेट कर्मियों द्वारा काम करने के नाम पर खूब धन उगाई की जा रही है। जिलाधिकारी फिरोजाबाद उज्जवल कुमार द्वारा आदेश जारी किया गया है कि सरकारी कार्यालय में कोई भी प्राइवेट कर्मचारी काम नहीं करेगा। फिर भी जसराना तहसील में नाजिर सीट पर एक प्राइवेट कर्मचारी द्वारा ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र के नाम पर खूब धन उगाही की जा रही है। एका निवासी श्वेता कुमारी व विजेंद्र ने आरोप लगाया है कि अपना ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दो महीने पहले आवेदन किया था। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी उन्हें ईडब्ल्यूएस जारी नहीं किया गया।
इसके बदले नाजिर सीट पर सहायक एक प्राइवेट कर्मचारी शकील अहमद द्वारा एक सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर एक हजार रुपए की मांग की जा रही थी। रुपए देने की मना करने पर शकील द्वारा प्रमाण पत्र नहीं जारी करने की बात कही। इस बात पर विजेंद्र ने कहा कि आप लिख कर दे दीजिए नाराज होकर कार्यालय में ही प्राइवेट कर्मी हॉट टॉक करने लगा। पीड़ित पक्ष ने तत्काल फोन पर जिलाधिकारी से शिकायत की जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार के हस्तक्षेप के बाद तहसील कर्मचारी हरकत में आए वहीं आनन फानन में विजेंद्र और श्वेता को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।