गुजरात मे चुनावों की घोषणा से कुछ दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने गुजरात के दो जिलों आंनद, मेहसाणा के जिला कलेक्टर को ये अधिकार दिया कि वो अपने लेवल पर जांच करके पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए हिंदू परिवारों को नागरिकता दे दे. इसे गुजरात चुनाव से पहले हिंदुत्त्व की राजनीति में बड़े दांव के तौर पर देखा जा रहा है.
मेहसाणा जिले के ग्रामीण इलाके में एक कॉलोनी बनाई गई है जिसे नाम दिया गया है सहकार कॉलोनी. इस कॉलोनी में करीब 27 ऐसे परिवारों को बसाया गया है जो पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए हैं. इनमें से कुछ लोग 2017 में आये हैं तो कुछ 2019 में.
शुरुआत में इन्हें 45 दिनों का वीजा मिलता है, इसके बाद 5 साल का लॉन्ग टर्म वीजा दिया जाता है और फिर ये नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके साथ ही इन्हें एक लोकल शख़्स की भी ज़रूरत पड़ती है जो इन लोगों के लिए गारंटर का काम करता है