रंगों से शराबोर हुए बच्चे, होली गीतों पर झूमे
समय भास्कर संवाददाता एका । बच्चों को नि:शुल्क सांस्कृतिक शिक्षण देने के लिए समर्पित संस्था सनातन संस्कारशाला के तत्वावधान में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें नौनिहालों को होली पर्व का महत्व बताते हुए होली मनाई गई। ब्रज के होली गीतों पर जमकर बच्चों ने नृत्य किया।
एका के मुख्य बाजार स्थित शिवv मंदिर में प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाली सनातन संस्कारशाला में होली मिलन कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु मंत्र के बाद किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी विशेष यादव एवं अन्य मंचासीन अतिथियों का अंगवस्त्र पहनकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
मुख्य अतिथि विशेष यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति उत्सव धर्मी है। इसलिए हमारे सनातन धर्म में पूरे वर्ष दर्जनों त्यौहार मनाए जाते हैं। हर त्यौहार हमें प्रकृति और हमारी परंपराओं से जोड़ता है। होली का त्यौहार पुरातन काल से मनाया जाता है। जिसमें खेतों में उगने वाले नवीन अन्न को अग्नि देव को समर्पित किया जाता है। जिसके उपरांत प्रसाद रूप में फसल का उपयोग वर्ष भर करने की परंपरा रही है। इस पर्व पर भक्त प्रह्लाद की प्राण रक्षा के लिए दुष्ट होलिका का दहन भगवान नारायण ने किया था।
कार्यक्रम में बच्चों को मिष्ठान और रंग–गुलाल वितरित किया गया। ब्रज की होली गीतों पर बच्चों ने सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वेद प्रकाश मिश्रा और संचालन उमेश तिवारी ने किया। होली मिलन में संस्कारशाला अध्यक्ष याकेद्र जैन, संतोष शर्मा एडवोकेट,चेयरमैन प्रतिनिधि योगेश लोधी, मातादीन यादव,रमाकांत वार्ष्णेय,राजपाल बघेल, रविकांत वार्ष्णेय उर्फ हैप्पी,सौरभ गुप्ता, संत कुमार गुप्ता,शीलू सविता,प्रशांत वार्ष्णेय,अमन कुलश्रेष्ठ,राहुल गुप्ता,लक्ष्मीकांत सविता,संगम राघव,सूरज गुप्ता, संगम राघव,अमिता दीक्षित आदि उपस्थित रहे।