फिरोजाबाद । राष्ट्रीय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत बृहस्पतिवार को डीटीओ कार्यालय के प्रांगण में आइओसीएल कर्मियों ने गोद लिए 75 टीबी रोगियों को पोषण किट वितरित की।
सीएमओ डॉ नरेंद्र सिंह ने निक्षय मित्र के रूप में टीबी उन्मूलन के लिए कार्य कर रही संस्थाओं की सराहना की| उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक जनपद को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं| आओसीएल द्वारा 75 टीबी मरीजों को गोद लेकर, पोषण किट देने के साथ भावनात्मक सहयोग देना सराहनीय कार्य है|
डीटीओ डॉ बृजमोहन ने क्षय रोगियों को बताया कि वह लगातार दवा का सेवन करें और समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लेकर अपने और आसपास के संपर्क में रहने वाले लोगों की जांच अवश्य करवाएं। नियमित दवा के साथ पोषण आहार अवश्य लें जिससे वह शीघ्र स्वस्थ हो सकें।
कार्यक्रम में आइओसीएल के उप महाप्रबंधक उत्तरी क्षेत्र पाइपलाइन अमन सिन्हा ने टीबी मरीजों को पुष्टाहार वितरण किया। उन्होंने कहा कि क्षय रोग के खिलाफ आंदोलन जरूरी है तभी क्षय रोग मुक्त भारत का संकल्प पूरा हो सकेगा।
डीपीपीसीएम मनीष यादव ने कहा कि विभाग के प्रयासों से क्षय रोगियों को गोद लिए जाने का अभियान जारी है, अभियान के तहत गोद लिए गए रोगियों को भावनात्मक और सामाजिक सहयोग के साथ ही हर माह पुष्टाहार भी उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि टीबी की जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है इसलिए संभावित लक्षण वाले लोग टीबी की तुरंत जांच कराएं।
समारोह में एसीएमओ डॉ अशोक कुमार तथा आइओसीएल के सौरव सोनी आगरा डिवीजन, अरुण कुमार वरिष्ठ प्रबंधक आगरा तथा शिव प्रभु, पंकज आदि स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
मौसमी (21) काल्पनिक नाम जनपद निवासी ने बताया कि टीबी का उपचार लगातार नहीं करने पर डॉक्टर ने एमडीआर रोगी बताया है। मौसमी को दो वर्ष पहले टीबी हुआ था, लेकिन इलाज बीच में छोड़ देने से वह एमडीआर टीबी रोगी हो गयी| जिसकी जानकारी तीन माह पहले ही दुबारा जाँच कराने पर हुयी है| फरवरी माह में आइओसीएल ने उसको गोद लेकर पोषण किट दी थी और आज भी पोषण किट लेने के लिए आई है। मौसमी ने कहा कि उसका उपचार बीच में छूट जाने से उसकी स्थिति खराब हो गई थी लेकिन अभी तीन माह से लगातार दवा का सेवन जारी है और डॉक्टर ने 18 माह तक दवा खाने के लिए कहा है।
टीबी विभाग के राहुल, प्रमेंद्र, प्रमोद, अशोक आदि भी मौजूद रहे।